वीडियो: मौसम खराब होने की वजह से बड़ा भंगाल में फंसा पैराग्लाइडर पायलट
वीडियो: मौसम खराब होने की वजह से बड़ा भंगाल में फंसा पैराग्लाइडर पायलट
मनाली। बड़ा भंगाल की पहाड़ियों में फंसे पैराग्लाइडर पायलट दिल्ली के एनआरआई सुमित को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। सुमित ने बुधवार को जिला कांगड़ा के बिलिंग से कुल्लू के मनाली के लिए सोलो पैराग्लाइडिंग की उड़ान भरी थी। लेकिन बड़ा भंगाल की पहाड़ियों में अचानक मौसम खराब होने के कारण पहाड़ी में ही लैंडिंग करनी पड़ी। सुमित ने अपने साथियों को पहाड़ी में लैंड करने की जानकारी दी। दोस्तों ने एयर हिमालयाज की रेस्क्यू टीम से संपर्क किया। लेकिन मौसम खराब होने के कारण मदद नहीं पहुंचाई जा सकी। सुबह के समय एयर हिमालय की रेस्क्यू टीम ने पायलट को सुरक्षित मनाली पहुंचाया। मनाली पहुंचने के बाद साथियों ने सुमित की मिशन अस्पताल में स्वास्थ्य जांच करवाई। पायलट पूरी तरह से सुरक्षित है।
पैराग्लाइडर पायलट सुमित ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि खराब मौसम उनकी राह में बाधा बना और उन्हें मजबूरन बड़ा भंगाल उतरना पड़ा। उन्होंने बताया पैराग्लाइडिंग का अच्छा अनुभव है। पहले भी वह अकेले मनाली आए हैं। उन्होंने बताया लैंडिंग करने के बाद रात बीताना उनके लिए चुनौती था। लेकिन हिम्म्मत से काम लिया। सुबह जब चौपर आया तो पैराग्लाइडर जमीन पर फैला कर अपने यहां होने की जानकारी दी। उन्होंने रेस्कयू करने के लिए एयर हिमालयाज का आभार जताया।
बड़ा भंगाल की पहाड़ियों में फंसे पैराग्लाइडर पायलट को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। मनाली में पहुंचकर पायलट ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।#HimachalPradesh @DainikHim @JagranNews #paragliding pic.twitter.com/Z0lq1zezK6
— Rajesh Sharma (@sharmanews778) April 21, 2022
सेवानिवृत्त इंडियन एयरफोर्स एयर हिमालयाज के पायलट देबा शीशहोटा व रेस्कयू टीम के प्रभारी चुनी लाल ने बताया बादलों के कारण रेस्क्यू में दिक्कत हुई। लेकिन सूझबूझ का परिचय देते हुए सुमित को सुरक्षित रेस्कयू करने में सफलता पाई।
एयर हिमालयाज के निदेशक अमिताभ शर्मा ने बताया उनकी टीम हर समय रेस्कयू के लिए तैयार रहती है। सूचना मिलते ही टीम ने तैयारी की और सुबह रेस्कयू करने बड़ा भंगाल की पहाड़ियों की ओर निकल पड़ी। उन्होंने पैराग्लाइडर पायलट सुमित के हौंसले की सराहना की और टीम को सुरक्षित रेस्कयू करने पर बधाई दी।